Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics

Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics

Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics
Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics
Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics. This Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics are also written in Hindi. Below is the Sanskrit lyrics with meaning in Hindi.

Bhaktamar Stotra Sanskrit And Hindi lyrics

भक्तामर प्रणत मौलिमणि प्रभाणा। मुद्योतकं दलित पाप तमोवितानम् ॥
सम्यक् प्रणम्य जिन पादयुगं युगादा। वालंबनं भवजले पततां जनानाम् ॥१॥
झुके हुए भक्त देवो के मुकुट जड़ित मणियों की प्रथा को प्रकाशित करने वाले,
पाप रुपी अंधकार के समुह को नष्ट करने वाले,
कर्मयुग के प्रारम्भ में संसार समुन्द्र में डूबते हुए प्राणियों के लिये
आलम्बन भूत जिनेन्द्रदेव के चरण युगल को मन वचन कार्य से
प्रणाम करके (मैं मुनि मानतुंग उनकी स्तुति करुँगा)|
यः संस्तुतः सकल वाङ्मय तत्वबोधा। द् उद्भूत बुद्धिपटुभिः सुरलोकनाथैः ॥
स्तोत्रैर्जगत्त्रितय चित्त हरैरुदरैः। स्तोष्ये किलाहमपि तं प्रथमं जिनेन्द्रम् ॥२॥
सम्पूर्णश्रुतज्ञान से उत्पन्न हुई बुद्धि की कुशलता से
इन्द्रों के द्वारा तीन लोक के मन को हरने वाले,
गंभीर स्तोत्रों के द्वारा जिनकी स्तुति की गई है
उन आदिनाथ जिनेन्द्र की निश्चय ही मैं (मानतुंग) भी स्तुति करुँगा|
For Full Lyrics Visit: Songlyricsplace



Comments

Popular posts from this blog

I Hope You Break Your Neck Lyrics

Hello My Name Is Zuzie Tiktok Lyrics

Aaj bhi tu aaya na tu aana kal bhi nahi Song lyrics - Ninja